एटीएम का फुल फॉर्म क्या होता है | Full Form of ATM in Hindi

Full form of ATM in Hindi: एटीएम (ATM) का यूज़ आपने पैसा निकले या शॉपिंग करने मैं एक बार जरूर किया होगा। आज से कुछ साल पहले अपने बैंक खाते से पैसा निकलने के लिए हमें बैंक मैं लाइन मैं लगाना होता था। लेकिन आज के समय अगर आपके पास एटीएम है तो यह काम कुछ मिनट मैं हो जाता है।

अपने एटीएम तो बहुत यूज़ किया होगा, लेकिन क्या आपको पता है की एटीएम का फुल फॉर्म क्या होता है (What is Full form of ATM)।

आपने अक्सर लोगों से सुना होगा की एटीएम का फुल फॉर्म Any Time Money होता है। लेकिन यह सही नहीं है।

यहाँ तक की बहुत सारे competitive एग्जाम मैं एटीएम का full form of ATM पूछा गया है। अगर आपको उसका सही जवाब पता होगा तो आप उसका सही जवाब दे सकते है।

आज इस पोस्ट मैं एटीएम का फुल फॉर्म और उसके साथ ATM से जुडी बहुत सारी जानकारी प्राप्त करेंगे।

ATM का फुल Form क्या होता है (Full Form of ATM)

Full form of ATM in Hindi
Full Form of ATM in Hindi

एटीएम का फुल फॉर्म “Automated Teller Machine” होता है।

अगर आप इसका विश्लेसन करेंगे तो आप पायेंगे की:

  • A – Automated
  • T – Teller
  • M – Machine

Full Form of ATM in Hindi (एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी मैं)

एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी मैं “स्वचालित टेलर मशीन” होता है। जहाँ

  • – स्वचालित
  • टी – टेलर
  • – मशीन

कही पर आपको एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी मैं “स्वचालित गणक मशीन “भी देखने को मिल सकता है।

चलिए अब एटीएम से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते है।

About ATM

एटीएम का अविष्कार John Adrian Shepherd-Barron ने किया था। वो एक British थे। उनका जन्म 23 जून 1925 Meghalaya, India मैं हुआ था। उनके पिता Wilfred-Shepherd Barron North बंगाल मैं Chief Engineer थे।

पहला एटीएम 1967 में लंदन में Barclays बैंक की शाखा में चालू हुआ, हालांकि 1960 के दशक के मध्य में जापान में एक कैश डिस्पेंसर के रिकॉर्ड हैं। 1970 के दशक में एक ग्राहक को दूसरे बैंक के एटीएम में एक बैंक के कार्ड का उपयोग करने की अनुमति देने वाला इंटरबैंक लेनदेन।

एटीएम एक इलेक्ट्रॉनिक टेलेकम्युनिकशन्स डिवाइस (Electronic Telecommunications Device) है जिसका उपयोग पैसा निकालने, जमा करना, Fund Transfer और अन्य बैंक कार्यों मैं किया जाता है।

यहाँ तक की अगर आप कभी मॉल या दुकान से कुछ shopping करते है तो आप एटीएम से उसका Bill Pay कर सकते है।

एटीएम Banking प्रक्रिया को बहुत आसान बनाता है। आप कभी भी जब किसी बैंक मैं खाता खुलवाते है तो Bank आपको एटीएम देता है जिससे आपको बार-बार बैंक ना आना पढ़े।

एटीएम का कुछ अन्य फुल फॉर्म भी होता है, जिसकी जानकारी निचि दी गई हैं।

  • Air Traffic Management (In terms of Aviation Terminologies)
  • Asynchronous Transfer Mode (In I.T Sector).

एटीएम के प्रकार (Types of AMTs)

एटीएम के मुख्यः दो प्रकार के होते है।

Basic Units Permit जो लोगों को पैसा निकासी और अकाउंट अपडेट करने की अनुमति देता है।

More Complicated Machines जो लोगों को पैसा deposit, credit, transfers और अकाउंट details को access करने की अनुमति देता है।

एटीएम के पार्ट्स (Parts of ATM)

एटीएम का प्रयोग करना बहुत आसान है। इसके Input और Output दो पार्ट्स होते है। जो लोगों को पैसा deposit और withdraw करने की अनुमति देता है। एटीएम के दोनों पार्ट्स की जानकारी नीचे दी गई है।

Input Device:

Card Reader: कार्ड रीडर एटीएम मैं एकत्रित जानकारी को read करता है। यह एक magnetic stripe के माध्यम से होता है जो की एटीएम के पीछे लगा होता है। जब भी कोई एटीएम जो मशीन के अंदर डालता है तो card reader उसे read करके server को भेजता है जिसमें specified location की जानकारी और users द्वारा डाली गई जानकारी सही है की नहीं शामिल होता है।

जब server यह verify कर लेता है की user द्वारा डाली गई सभी जानकारी सही है तो वो उसे account access करने की अनुमति देता है और वह एटीएम से पैसा निकाल पाते है।

Keypad: कीपैड user को personal ID नंबर, cash amount, ATM Pin जैसी जानकारी को enter करने मैं मदत करता है।

Output Devices:

Speaker: जब कभी आप एटीएम से पैसा निकालने के लिए एटीएम PIN या amount डालते है तो आपको एटीएम audio के माध्यम से information प्रदान करती है जैसे पिन enter करे, cash लेने बाद एटीएम card लेना ना भूले इत्यादि। यह सभी स्पीकर के माध्यम से हो पाता है।

Display Screen: एटीएम स्क्रीन का उपयोग खाता संबंधी जानकारी जैसे एटीएम पिन, खाता धारक का नाम, account balance और इत्यादि जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।

Receipt Printer: आपने passbook का नाम तो सुना ही होगा। इसमें आप खाते से लेनदेन की सभी जानकारी को print करके देख सकते है। उसी तरह एक receipt प्रिंटर का काम होता है जो एटीएम मैं लगा होता है। अगर आपको बैंक खाते मैं शेष रकम की जानकारी चाहिए या आपके खाते से 10 लेनदेन की तो आप इसे एक पेपर पर प्रिंट कर सकते है।

एटीएम से जब आप पैसा निकालेंगे तो आपको स्क्रीन पर Yes या No का options मिलेगा। अगर आपको receipt चाहिए तो आप Yes पर क्लिक करें नहीं तो आप No पर क्लिक कर सकते है।

Cash Dispenser: यह एटीएम का एक output part है जो आपको पैसा को निकालने मैं मदत करता है।

मान लीजिए आपको एक हजार पैसा एटीएम से निकालना है। इसके लिए आपको कीपैड की सहायता से 1000 amount डालना है। जब सारी process आप कर लेते है तो एटीएम 1000 रुपया निकाल देता है जो एक cash dispenser की माध्यम से होता है।

इसमें highly accurate sensors लगा होता है जो यह read करता है की user को कितना amount चाहिए।

Camera: एटीएम मैं एक कैमरा भी लगा होता है जो यूजर सारी activity को रिकॉर्ड करता है। यह security purpose के लिए एटीएम मैं लगाया जाता है।

एटीएम कैसा काम करता है (How ATM is Works)

क्या आपको पता है की एटीएम कैसे काम करता है। अगर नहीं तो आपको मैं बताने वाला हु आखिर एक एटीएम कैसा काम करता है।

इससे पहले मैं आपको बता दू की एटीएम मैं एक magnetic चिप होता है जो की black कलर का होता है जो एटीएम के पीछे लगा होता है। इसमें यूजर की खाते से जुड़ी सारी information होती है।

आज के समय अगर आपको बैंक से एटीएम मिलता है तो उसमें एक और chip लगा होता है जो के golden कलर का होता है। जो एटीएम के front मैं होता है। जिसमे खाता धारक की जानकारी होती है।

चलिए अब जानते है एटीएम कैसे काम करता है।

एटीएम कार्ड को access करने के लिए आपको इसे एटीएम मशीन के अंदर डालना होगा। जैसे ही आप कार्ड को मशीन मैं डालते है एटीएम आपके कार्ड को read करके server को भेजता है जो की direct आपके account को access करने मैं मदत करता है।

यह process होने मैं कुछ ही सेकंड का समय लगता है।

जब आप एटीएम pin डालते है तो और Authentication होने के बाद, एटीएम मशीन Transaction की अनुमति देता है।

एटीएम के कार्य (Functions of ATMs)

एटीएम के बहुत सरे कार्य है जो इस प्रकार है।

  • नकदी जमा करना
  • नकद निकासी
  • नकदी का हस्तांतरण
  • खातों का विवरण
  • मिनी स्टेटमेंट
  • बिल का नियमित भुगतान
  • खाता शेष विवरण
  • प्रीपेड मोबाइल का रिचार्ज
  • पिन कोड बदलें

एटीएम के फायदे

  • एटीएम सेवा 24*7 के लिए उपलब्ध है।
  • यह बैंक कर्मचारियों पर काम का दबाव कम करता है।
  • यात्रियों के लिए एटीएम अधिक उपयोगी होते हैं।
  • एटीएम बिना किसी त्रुटि के सेवा देता है।

चलिए अब एटीएम के प्रकारों के बारे मैं जानते है।

Types of ATM (एटीएम के प्रकार)

  • Offsite ATM: जो एटीएम बैंक परिसर के अंदर को छोड़कर विभिन्न स्थानों पर स्थित होते है उन्हें Off Site ATM नाम से जाना जाता हैं।
  • Onsite ATM: जो एटीएम बैंक परिसर के अंदर होता हैं उसे ऑनसाइट एटीएम के रूप में जाना जाता है।
  • White Label ATM: जो एटीएम गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा स्थापित और स्वामित्व में हैं और सभी सेवाओं की प्रदान करते हैं वैसे एटीएम को White Label ATM रूप में जाना जाता है।
  • Yellow Label ATM: जो एटीएम इ-कॉमर्स (E-Commerce) के लिए दिए जाते है, वैसे एटीएम को Yellow Label ATM कहते है।
  • Orange Label ATM: जो एटीएम Share Transaction के लिए दिए जाते है, वैसे एटीएम को Orange Label एटीएम कहाँ जाता है।
  • Green Label ATM: कृषि लेनदेन वाले एटीएम को Green Label एटीएम कहाँ जाता है।
  • Pink Label ATM: Pink लेबल एटीएम केवल महिलाओं के लिए लगाए जाते है।
  • Brown Label ATM: ये एटीएम बैंक के स्वामित्व में नहीं होते हैं, बल्कि ग्राहक को सेवा प्रदान करने के लिए लीज पर लिए जाते हैं।

एटीएम से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (Important Questions and Answers related to ATM)

अगर आप banking exam की तैयारी कर रहे है तो आपको bank से जुड़ी सारी जानकारी होनी चाहिए।

यहाँ पर मैं एटीएम से जुड़ी कुछ प्रश्न और उत्तर के बारे मैं बताने वाला हु, जो आपको बैंकिंग तैयारी मैं मदत करेगा।

  • ATM का आविष्कारक कौन है – जॉन शेफर्ड बैरोन.
  • दुनिया का पहला Floating ATM का नाम और कहाँ पर है – State Bank of India (भारतीय स्टेट बैंक) है जो केरल मैं है।
  • दुनिया का पहला ATM कहाँ और कब किया गया था – लंदन के Barclays Bank मैं 27 जून 1967 को पित किया गया था।
  • भारत का पहला ATM कब स्थापित किया गया था – 1987 मैं भारत का पहला एटीएम स्थापित किया गया था।
  • पहला बैंक जिसने ATM को Introduce किया था – HSBC
  • HSBC का full form क्या है – हांगकांग और शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन
  • एटीएम का उपयोग करने वाले पहले व्यक्ति का नाम क्या है – रेग वर्नी ATM से Cash निकालने वाले पहले व्यक्ति थे जो के एक प्रसिद्ध कॉमेडी अभिनेता भी थे।
  • Bio Metric ATM का उपयोग कौन से देश मैं किया जाता है – ब्राजील में बायोमेट्रिक एटीएम का उपयोग किया जाता है।

एटीएम का प्रयोग करते समय कुछ सावधानियां

ATM का फुल फॉर्म क्या होता (Full form of ATM in Hindi) है और उससे जुड़ी आपको बहुत सारी जानकारी मिल गई होगी।

  • एटीएम का उपयोग आप सभी लोग जरूर करते होंगे। यहाँ पर मैं आपको एटीएम उपयोग करने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बिंदु के बारे मैं बताने वाला हु जिसको आपको हमेशा याद रखना चाहिए।
  • एटीएम से पैसा निकालते समय, खासकर ATM PIN डालते समय धियान रखे की आपके पीछे कोई ना हो।
  • अपना एटीएम पिन और नंबर किसी के साथ शेयर ना करें।
  • रात के समय एटीएम का उपयोग करते समय इस बात का खासतौर पर ख्याल रखें कि कोई संदेहास्पद व्यक्ति आपके आसपास न हो।
  • एटीएम मशीन से पैसा निकालने के बाद राशि को गिने जरूर पर यह भी ध्यान रखें कि ऐसा करते समय किसी की निगाहें आप पर न हों।

इस पोस्ट से आपने सीखा

आज आपने इस पोस्ट से एटीएम का फुल फॉर्म क्या होता है और ATM से जुड़ी बहुत सारी जानकारी प्राप्त की। मुझे उम्मीद है की यह लेख आपको पसंद आई होगी।

मैंने इस आर्टिकल मैं ATM Full Form Hindi और उससे जुड़ी सारी जानकारी देने की कोशिश की है, जिससे आपको किसी अन्य साइट पर जाने की जरूरत न पढ़े।

आपको वह सारी information जो आपको चाहिए थी मेरे इस पोस्ट से मिल जाए।

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